भारत सरकार की पहल ‘पीएम सूर्य घर योजना’ अब देश के लाखों घरों को रोशन करने के लिए एक और कदम आगे बढ़ चुकी है। 2025 में सरकार ने इस योजना के अंतर्गत एक नया टूल – सोलर रूफटॉप कैलकुलेटर लॉन्च किया है, जिसकी मदद से अब आम नागरिक यह जान सकते हैं कि उन्हें इस योजना के तहत कितनी सब्सिडी मिलेगी।
क्या है सोलर रूफटॉप कैलकुलेटर?
यह एक ऑनलाइन टूल है जिसे आधिकारिक पोर्टल पर उपलब्ध कराया गया है। इसके ज़रिए कोई भी नागरिक अपने राज्य, बिजली मीटर के प्रकार और औसत मासिक बिजली बिल जैसी कुछ जानकारी दर्ज करके सटीक अनुमान लगा सकता है कि उन्हें कितनी सब्सिडी मिलेगी। यह कैलकुलेटर सूरज की उपलब्धता, छत का क्षेत्रफल, ऊर्जा उपयोग का पैटर्न और राज्य के हिसाब से मिलने वाले लाभ को ध्यान में रखकर गणना करता है।
भारत में बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है और पारंपरिक स्रोतों से बिजली उत्पादन पर्यावरण पर भारी पड़ रहा है। ऐसे में सौर ऊर्जा एक साफ, टिकाऊ और सस्ती विकल्प के रूप में उभरी है। पीएम सोलर रूफटॉप योजना का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर उन्हें ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाया जाए और वो भी सब्सिडी के साथ।
सरकार का फोकस विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर है, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग भी इस हरित क्रांति का हिस्सा बन सके।
पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी योग्यताएं हैं, जैसे:
लाभार्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए।
उसके पास खुद का मकान होना चाहिए जिसकी छत सोलर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त हो।
घर में वैध बिजली कनेक्शन होना चाहिए।
लाभार्थी की पारिवारिक आय मध्यम या कम होनी चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- हालिया बिजली बिल
कैसे करें ऑनलाइन आवेदन?
फ्री सोलर रूफटॉप योजना के लिए आवेदन करना बेहद आसान है। बस नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
होमपेज पर “Apply for Rooftop Solar” का विकल्प चुनें।
फिर “Register Here” पर क्लिक करें और अपना राज्य, बिजली कंपनी, और जिला चुनें।
अब बिजली खाता नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करें।
OTP वेरिफिकेशन के बाद अन्य विवरण और दस्तावेज भरें।
अपनी आवश्यकता के अनुसार सोलर सिस्टम की क्षमता चुनें।
फॉर्म सबमिट करें और आवेदन नंबर नोट कर लें।
आवेदन स्वीकार होने के बाद वेंडर का चयन करें और इंस्टॉलेशन कराएं।
इंस्टॉलेशन पूरा होने पर बैंक डिटेल सब्मिट करें ताकि सब्सिडी मिल सके।